Aurangabad

Nov 18 2023, 09:54

महापर्व छठ का दूसरा दिन आज, खरना के साथ शुरू हुआ निर्जला व्रत

#chhath_puja_kharna

बिहार, झारखंड और यूपी सहित अन्य राज्यों में लोक अस्था के पर्व छठ पूजा की शुरूआत हो चुकी है। आज छठ पूजा का दूसरा दिन है। आज महिलाएं खरना के साथ निर्जला व्रत की शुरूआत करती हैं। 

खरना कार्तिक शुक्ल की पंचमी को मनाया जाता है। खरना में दिन शाम को गुड़ और चावल की खीर बनाकर भोग लगाया जाता है। खरना का प्रसाद गुड़ की खीर बनाने के लिए आम की लकड़ी और मिट्टी के चूल्हे का प्रयोग किया जाता है।

खरना का मतलब होता है शुद्धिकरण। इसे लोहंडा भी कहा जाता है। इस दिन व्रती शुद्ध मन से सूर्य देव और छठ मां की पूजा करके गुड़ की खीर का भोग लगाती हैं। खरना का प्रसाद काफी शुद्ध तरीके से बनाया जाता है। खरना के दिन व्रती महिलाएं सिर्फ एक ही समय भोजन करती हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से शरीर से लेकर मन तक शुद्ध हो जाता है।

व्रतियों द्वारा नहाय-खाय के साथ ही खरना के व्रत की भी तैयारी शुरू कर दी गई है। गेहूं को सूखाकर उसे जाता या मील में पिसवाया जा रहा है। इस दौरान महिलाएं छठ मइया के गीत भी गाती सुनी जा रही हैं। महिलाएं शनिवार को घाट पर जाएंगी। वहां सरोवरों में डुबकी लगाकर पूजा-अर्चना करने के बाद घर लौटकर शुद्ध घी में चुपड़ी रोटी व नया गुड़ तथा नया चावल की खीर तैयार करेंगी। सूर्यदेव को भोग लकाकर ग्रहण करेंगे।

Aurangabad

Nov 17 2023, 20:43

छठ पूजा के दौरान यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को देखते हुए रेलवे करेगा और स्पेशल ट्रेनों का परिचालन, जानिए पूरा डिटेल

हाजीपुर : यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ के मद्देनजर रेलवे द्वारा अतिरिक्त स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जाएगा।

1. 05522 दरभंगा-अहमदाबाद स्पेशल दिनांक 21.11.2023 को दरभंगा से 18.15 बजे प्रस्थान कर अगले दिन 17.00 बजे अहमदाबाद पहुंचेगी । यह ट्रेन सीतामढ़ी, रक्सौल, नरकटियागंज, गोरखपुर के रास्ते जाएगी।

2. 05575 सहरसा-अंबाला एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन दिनांक 22.11.2023 को सहरसा से 19.10 बजे प्रस्थान कर अगले दिन 23.15 बजे अंबाला पहुंचेगी। इस ट्रेन का परिचालन सिमरी बख्तियारपुर, मानसी, खगड़िया, समस्तीपुर, दरभंगा, कमतौल, जनकपुर रोड, सीतामढ़ी, बैरगनिया, रक्सौल, नरकटियागंज के रास्ते की जाएगी। 

3. 05571 जयनगर-आनंद विहार टर्मिनस एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन दिनांक 23.11.2023 को जयनगर से 06.00 बजे प्रस्थान कर अगले दिन 05.00 बजे आनंद विहार टर्मिनस पहुंचेगी । यह ट्रेन मधुबनी, दरभंगा, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, हाजीपुर के रास्ते आनंद विहार टर्मिनस जाएगी ।

4. 03045 हावड़ा-रक्सौल स्पेशल ट्रेन दिनांक 20.11.2023 एवं 23.11.2023 को हावड़ा से 23.00 बजे प्रस्थान कर अगले दिन 14.15 बजे रक्सौल पहुंचेगी । यह स्पेशल जसीडीह, समस्तीपुर, दरभंगा के रास्ते जाएगी ।

5. 03046 रक्सौल-हावड़ा स्पेशल ट्रेन दिनांक 21.11.2023 एवं 24.11.2023 को रक्सौल से 16.55 बजे प्रस्थान कर अगले दिन 08.50 बजे हावड़ा पहुंचेगी । यह स्पेशल जसीडीह, समस्तीपुर, दरभंगा के रास्ते जाएगी।

6. 03133 कोलकाता-पटना स्पेशल ट्रेन दिनांक 21.11.2023 एवं 23.11.2023 को कोलकाता से 23.55 बजे प्रस्थान कर अगले दिन 10.30 बजे पटना पहुंचेगी । यह स्पेशल जसीडीह, झाझा, किउल के रास्ते जाएगी।

7. 03134 पटना-कोलकाता स्पेशल ट्रेन दिनांक 22.11.2023 एवं 24.11.2023 को पटना से 14.30 बजे प्रस्थान कर अगली तिथि को 00.25 बजे पटना पहुंचेगी। यह स्पेशल जसीडीह, झाझा, किउल के रास्ते जाएगी।

8. 02261 दरभंगा-नई दिल्ली स्पेशल ट्रेन दिनांक 18.11.2023 को दरभंगा से 22.00 बजे प्रस्थान कर अगले दिन 18.15 बजे नई दिल्ली पहुंचेगी । यह स्पेशल समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, हाजीपुर, पाटलिपुत्र, दानापुर, आरा, बक्सर, पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन के रास्ते जाएगी।

9. 02263 सहरसा-नई दिल्ली स्पेशल ट्रेन दिनांक 18.11.2023 को सहरसा से 23.45 बजे प्रस्थान कर अगले दिन 21.45 बजे नई दिल्ली पहुंचेगी । यह स्पेशल मानसी, बेगूसराय, मोकामा, पटना दानापुर, आरा, बक्सर, पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन के रास्ते जाएगी ।

हाजीपुर से संतोष तिवारी

Aurangabad

Nov 17 2023, 17:49

सूर्य नगरी देव में लोक आस्था के महापर्व का जिले के प्रभारी मंत्री आलोक मेहता ने किया शुभारंभ

औरंगाबाद :पौराणिक,धार्मिक,आध्यात्मिक भगवान भास्कर की नगरी देवार्क नाम से विख्यात सूर्य नगरी देव में लोक आस्था,लोक उपासना के महापर्व की शुरुआत जिले के प्रभारी मंत्री आलोक मेहता के द्वारा की गई।

इस मौके पर सदर विधायक आनंद शंकर, जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री, एसपी स्वप्ना गौतम मेश्राम के साथ साथ कई जनप्रतिनिधि एवं सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए प्रभारी मंत्री ने छठ पर्व की महत्ता पर प्रकाश डाला और देव के विकास के लिए महागठबंधन सरकार के द्वारा किए जा रहे कार्यों से आम जनता को अवगत कराया।

प्रभारी मंत्री ने कहा कि पिछले कई वर्षों से देववासियों की यह मांग थी कि देव मेला को राजकीय मेला का दर्जा प्राप्त हो।इसकी घोषणा इसी वर्ष सर्व महोत्सव के दौरान उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने की थी और सात माह के अंदर देव मेला को राजकीय मेला घोषित कर महागठबंधन सरकार ने जो वादे देव की जनता के साथ किया था उसे पूरा किया।

देव मेला के विकास के लिए सरकार ने न सिर्फ कई अभूतपूर्व कार्य किया है।बल्कि 55 लाख रुपए भी जारी कर दिए है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

Aurangabad

Nov 17 2023, 17:27

देश मे प्रसिद्ध देव छठ मेला को राजकीय दर्जा देने के लिए जदयू जिलाध्यक्ष ने सीएम और डिप्टी सीएम का जताया आभार

औरंगाबाद: जदयू जिलाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने प्रेस बयान जारी कर संपूर्ण भारत वर्ष में प्रसिद्ध देव छठ मेला

को राजकीय दर्जा देने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के प्रति आभार प्रकट किया है।

कहा है कि राजकीय दर्जा का मांग चीर परिक्षित था जिसे विकास पुरुष मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने कार्यकाल में पूरा किया। इससे देव के और मंदिर के विकास को गति मिलेगी।

वहीं जिला मुख्य प्रवक्ता अजिताभ कुमार उर्फ रिंकू सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री के कथनी और करनी में कभी अंतर नहीं रहा। जो उन्होंने वादा किया उसे पूरा भी किया है। उसी का देन है कि आज देव छठ मेला को राजकीय दर्जा प्राप्त हुआ है।

कहा कि यह एक ऐतिहासिक पहल है जिसे हमेशा याद किया जाएगा।

बधाई देने वाले नेताओं में सतेन्द्र सिंह चंद्रवंशी, ओंकारनाथ सिंह, जितेंद्र चंद्रवंशी, मुनेश कुमार सिंह, मंजरी सिंह,नंदिता सिंह, प्रमोद कुमार सिंह,महावीर कुशवाहा, मुज्जफर इकबाल कादरी, जहीर अहसन आजाद, राकेश कुमार सिंह,ब्रजेश कुमार सिंह,अर्जुन दास,विजय दास, मुकेश पटेल, प्रभाकर सिंह, रितेश सिंह,कुंजन सिंह,बिनोद कुमार सिंह,गोपाल पटेल, अखिलेश मेहता वगैरह शामिल हैं।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

Aurangabad

Nov 17 2023, 10:27

छठ महापर्व को लेकर सरकार ने जारी किया है 25 करोड़ 51 लाख रुपए, सभी 261 नगर निकायों में 4050 घाटों को किया गया है तैयार

डेस्क : छठ महापर्व को लेकर सरकार की ओर से पूरी तैयारी की गई है। राज्यभर के सभी 261 नगर निकायों में 4050 घाटों को तैयार किया जा रहा है। 465 घाट खतरनाक श्रेणी में रखे गए हैं। यहां खासतौर से बैरेकेडिंग की गई है। खतरे के निशान के लिए लाल कपड़ा एवं साइनेज का प्रयोग किया गया है। 

सभी घाटों तक आने वाली छठ व्रतियों के लिए लाइट, घाट तक पहुंचने के लिए समुचित रास्ता, पार्किंग, चेंजिंग रूम, अस्थाई शौचालय, वाटर टैंकर समेत अन्य सभी मूलभूत सुविधाएं बहाल की जा रही हैं। 

सभी नगर निकायों के लिए नगर विकास एवं आवास विभाग ने 25 करोड़ 51 लाख रुपए जारी किये हैं। इसमें पटना नगर निगम क्षेत्र के लिए 15 करोड़ 50 लाख रुपये जारी किए हैं। पिछले वर्ष 2022 में छठ महापर्व की तैयारी के लिए 15 करोड़ रुपये जारी किए गए थे। 

गौरतलब है कि छठ पूजा की तैयारियों की विस्तृत समीक्षा उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने 4 नवंबर को की थी। फिर 14 नवंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उपमुख्यमंत्री ने पटना के सभी छठ घाटों का निरीक्षण किया व सुविधाओं का जायजा लिया।

Aurangabad

Nov 17 2023, 10:26

नियोजित शिक्षकों के लिए खुशखबरी, जल्द मिल सकता है राज्यकर्मी का दर्जा

डेस्क : बिहार के नियोजित शिक्षकों के लिए खुशखबरी है। राज्य के करीब चार लाख नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा जल्द मिलने की उम्मीद है। 

इसके लिए नियमावली को शिक्षा विभाग ने अंतिम रूप दे दिया है। जिस पर राज्य सरकार से मंजूरी लेने की तैयारी है। शीघ्र ही इस पर मुहर लगने के आसार हैं।

सरकार की मंजूरी के बाद नियोजित शिक्षकों की सक्षमता परीक्षा लेकर उत्तीर्ण होने वालों को राज्यकर्मी का दर्जा दे दिया जाएगा। इसके बाद उन्हें बिहार लोक सेवा आयोग से बहाल शिक्षकों के समतुल्य वेतनमान और अन्य सुविधाएं मिलने लगेंगी।

मालूम हो कि विभाग ने बिहार विद्यालय विशिष्ट शिक्षक नियमावली, 2023 का प्रारूप 11 अक्टूबर को जारी किया था। इस पर सुझाव और आपत्ति की मांग की गई थी। एक लाख से अधिक के सुझाव विभाग को ई-मेल के द्वारा प्राप्त हुए। इन सुझावों पर विचार करने के बाद नियमावली को अंतिम रूप दिया गया है। 

सूत्रों के मुताबिक, शिक्षा विभाग ने नियोजित शिक्षकों की सक्षमता परीक्षा नहीं लिये जाने वाले सुझाव को नहीं माना है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति इन शिक्षकों की सक्षमता परीक्षा लेगी। इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए अधिकतम तीन मौके दिये जाएंगे। प्रारूप में साफ किया गया था कि सक्षमता परीक्षा पास नहीं करने वालों की सेवा समाप्त कर दी जाएगी।

Aurangabad

Nov 17 2023, 10:06

नहाय खाय के साथ आज से शुरू हुआ छठ का महापर्व, शनिवार से व्रती रखेंगी 36 घंटे का निर्जला उपवास

औरंगाबाद : लोक आस्था और सूर्योपासना का महापर्व छठ 17 नवंबर को नहाय-खाय के साथ शुरू हो जाएगा। पहले दिन खरना का प्रसाद बनेगा। जबकि इसके अगले दो दिनों तक भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया जाएगा। आखिरी दिन व्रती पारण करेंगे। इसके साथ ही छठ का महापर्व समाप्त हो जाएगा। चार दिनों तक चलने वाले छठ महापर्व की अपनी एक अलग महानता है।

हर दिन का अपना महत्व

व्रत के सभी अलग-अलग दिनों का महत्व काफी खास है। कद्दू भात ग्रहण करने के बाद व्रती 36 घंटे का निर्जला उपवास करती हैं। छठ व्रतियां निर्जला उपवास कर पूजा-अर्चना करेंगी। पंडित बताते हैं कि छठ व्रत के दौरान सभी दिनों का अपना एक अलग महत्व होता है। छठ का व्रत अलग-अलग रूप में और कठिन होता चला जाता है। गुरुवार को अर्घ्य देने के लिए सूप व सामग्री रखने के लिए दउरा-दउरी लोग खरीदे।

पहला दिन

छठ व्रत की शुरुआत नहाय-खाय के साथ होता है। कार्तिक शुक्ल पक्ष चतुर्थी तिथि को छठ पर्व के पहले दिन नहाय खाय किया जाता है। छठ व्रतियां किसी भी नदी, तालाब या अन्य किसी भी जलाशय में स्नान कर इसकी शुरुआत करती हैं। इसके पहले घर की साफ सफाई कर ली जाती है। नहाय-खाय के दिन अरवा चावल, चने की दाल और कद्दू की सब्जी का प्रसाद बनाया जाता है। सेंधा नमक का इस्तेमाल किया जाता है। यह प्रसाद लोगों के बीच वितरित भी किया जाता है और यही से छठ पर्व की शुरुआत होती है।

दूसरा दिन

छठ पर्व के दूसरे दिन को खरना के रूप में जाना जाता है। हालांकि इसी दिन से छठ व्रती का 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो जाता है। पहले सुबह से ही व्रती अन्न जल त्याग कर भगवान भास्कर की आराधना करने लगते हैं। शाम के वक्त अरवा चावल, दूध, गुड़, खीर इत्यादि का प्रसाद बनता है तथा भगवान भास्कर को चढ़ाने के बाद व्रती अल्प प्रसाद ग्रहण करती हैं। इस दिन निर्जला उपवास की शुरुआत हो जाती है।

तीसरा दिन

छठ पर्व का तीसरा दिन सबसे कठिन होता है। इस दिन छठ व्रतियों के निर्जला उपवास का दूसरा दिन प्रारंभ हो जाता है और इसी दिन छठ व्रती के द्वारा पूजा के दौरान इस्तेमाल में लाया जाने वाला ठेकुआ सहित अन्य प्रसाद भी बनाया जाता है। इसी दिन शाम के वक्त लोग छठ घाट जाते हैं और डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं।

चौथा दिन

छठ पर्व का चौथा दिन कार्तिक मास शुक्ल पक्ष सप्तमी तिथि को होता है। इस दिन अहले सुबह भगवान भास्कर के उदीयमान स्वरूप को अर्घ्य दिया जाता है। सुबह के वक्त भी लोग छठ घाट पहुंचते हैं और उगते हुए सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं। इसके बाद छठ व्रतियों के द्वारा पारण किया जाता है तथा छठ का व्रत खोल दिया जाता है। इसी के साथ छठ पर्व का समापन भी हो जाता है।

कद्दू खाने का ये है महत्व

जानकार बताते हैं कि नहाय खाय के दिन कद्दू खाने के पीछे धार्मिक मान्यताओं के साथ विज्ञानी महत्व भी है। इस दिन प्रसाद के रुप में कद्दू भात ग्रहण करने के बाद व्रती 36 घंटे का निर्जला उपवास करती हैं। कद्दू इम्युनिटी बूस्टर है जो व्रतियों को 36 घंटे के उपवास में मदद करता है। कद्दू खाने से शरीर में अनेक प्रकार के पोषक तत्व मिलते हैं। इसमें पानी की भी अच्छी खासी मात्रा पाई जाती है जो कि निर्जला उपवास में काफी मददगार होती है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

Aurangabad

Nov 16 2023, 21:04

अलग अंदाज में दिखे पीएम मोदी, बच्चों के साथ मस्ती करते आए नजर

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देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वे एकदम अलग अंदाज में दिख रहे हैं। पीएम मोदी का ऐसा अंदाज शायद ही आपने पहले कभी देखा होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से एक वीडियो शेयर किया है। जिमसें वह बच्चों के साथ खेल खेलते नजर आ रहे हैं। इस वीडियो में पीएम मोदी कभी बच्चों का सिर लड़ाते हैं तो कभी अपने माथे पर सिक्का चिपकाते दिखाई देते हैं। पीएम मोदी ने अपने इस वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, "मेरे युवा दोस्तों के साथ कुछ यादगार पल!

वीडियो की शुरुआत में नरेंद्र मोदी दो बच्चों के कान पकड़े दिख रहे हैं। वे दोनों का सिर एक-दूसरे से टकराते हैं। इसके बाद वह सिक्का की मदद से उन्हें जादू दिखाते हैं। पीएम सिक्का अपने माथे पर रखते हैं और चिपका लेते हैं। इसके बाद हाथ से अपने सिर के पिछले हिस्से को हल्के से ठोकते हैं, जिससे सिक्का उनके दूसरे हाथ में गिरता है। इसके बाद पीएम मोदी वही जादू बच्चों के साथ करते हैं। पीएम पहले छोटी बच्ची के माथे पर सिक्का रखते हैं और हल्का दबाते हैं मानों चिपकाने की कोशिश कर रहे हों। इसी दौरान वह सिक्के को हाथ में छिपा लेते हैं। वह बच्ची को कहते हैं कि सिर के पिछले हिस्से को हाथ से ठोको। बच्ची ऐसा करती है, लेकिन सिक्का नहीं गिरता। इसी तरह वह छोटे बच्चे के साथ भी करते हैं। बाद में वह सिक्का बच्चे को दे देते हैं।

सोशल मीडिया पर पीएम मोदी के इस वीडियो को लोग जमकर लाइक कर रहे हैं। इस वीडियो को इंस्टाग्राम में शेयर करने के बाद इसे एक घंटे में 8 लाख से अधिक व्यूज मिल चुके हैं।

यह पहली बार नहीं है जब पीएम मोदी ने बच्चों के साथ वक्त बिताया हो। इससे पहले भी वह कई मौकों पर बच्चों के साथ मस्ती करते दिखाई दे चुके हैं। इसी साल राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तीन साल पूरे होने के अवसर पर अखिल भारतीय शिक्षा समागम के उद्घाटन कार्यक्रम में भी पीएम मोदी ने बच्चों से मुलाकात की थी। तब पीएम मोदी ने बच्चों के साथ तस्वीर को एक्स पर साझा करते हुए लिखा था, "मासूम बच्चों के साथ आनंद के कुछ पल! इनकी ऊर्जा और उत्साह से मन उमंग से भर जाता है।

Aurangabad

Nov 16 2023, 16:33

औरंगाबाद मे चोरों ने एटीएम को बनाया निशाना, कटर से काटकर उड़ाया एटीएम में रखा तकरीबन 4.50 लाख रुपए

औरंगाबाद : जिले में चोरों ने बीती रात कटर से काटकर एक एटीएम की चोरी कर ली। चोरी की इस घटना में एटीएम में रखे कुल 4 लाख 47 हजार रुपयों की चोरी की बात सामने आ रही है। 

घटना मदनपुर थाना क्षेत्र के रानी कुआं स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के एटीएम से जुड़ा है। एटीएम प्रबंधन से जुड़े लोगों को इसकी सूचना मिली जिसके बाद मदनपुर पुलिस को भी इसकी सूचना दी गयी। 

मौके पर पहुँचे मदनपुर थानाध्यक्ष ने पूरे मामले की जांच की और एटीएम परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज के आधार पर पुलिस ने आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। 

बताया जाता है कि रात लगभग 1 बजकर 31 मिनट पर एक लग्जरी वाहन से चोरों का यह गिरोह एटीएम के पास पहुंचा। 1 बजकर 35 मिनट पर गाड़ी से एक चोर उतरा और एटीएम में प्रवेश किया। 

बाद में उसने सीसीटीवी कैमरे को क्षतिग्रस्त कर दिया और फिर कटर मशीन से काटकर उसमे रखे रुपयों की निकासी कर आराम से चलते बना। 

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

Aurangabad

Nov 16 2023, 16:07

चंद्रयान-3 के लॉन्‍चर व्हीकल का एक हिस्सा अनियंत्रित होकर पृथ्वी के वातावरण में वापस लौटा, पैसिफिक ओशन में हो सकता है क्रैश

#chandrayaan3launchrocketlvm3m4partentersearth_atmosphere

इस साल 23 अगस्त की तारीख को भारत ने चांद के दक्षिणी हिस्से में चंद्रयान-3 की लैंडिंग करवा कर इतिहास रच दिया था। चंद्रयान के विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर ने चंद्रमा की सतह पर सौरमंडल निर्माण के रहस्य, पानी और कई चीजों पर रिसर्च किया था।इस बीच खबर आ रही है कि चंद्रयान-3 को सफलतापूर्वक निर्धारित कक्षा में ले जाने वाले लॉन्च व्हीकल एलवीएम3एम4 के ऊपरी क्रायोजनिक हिस्से ने बुधवार को धरती के वातावरण में अनियंत्रित वापसी की है। इसकी जानकारी इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (इसरो) ने दी।

प्रक्षेपण के 124 दिनों के भीतर पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश

इसरो ने बताया है कि चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान को निर्धारित कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित करने वाले एलवीएम3 एम4 प्रक्षेपण यान का ‘क्रायोजेनिक’ ऊपरी हिस्सा बुधवार को पृथ्वी के वायुमंडल में अनियंत्रित रूप से फिर से प्रवेश कर गया है। इसरो की ओर से जानकारी दी गई है कि रॉकेट बॉडी जो कि चंद्रयान-3 यान का हिस्सा था, वह पृथ्वी के वायुमंडल में वापस से प्रवेश कर गया है रॉकेट का यह हिस्सा धरती के वायुमंडल में 15 नवंबर की दोपहर करीब 2.42 बजे दाखिल हुआ। बता दें कि रॉकेट बॉडी के फिर से पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश इसके प्रक्षेपण के 124 दिनों के भीतर हुई है।

धरती पर कहां होगा रॉकेट के हिस्से का इम्‍पैक्‍ट

इसरो के मुताबिक, इसका इम्पैक्ट पॉइंट उत्तरी प्रशांत महासागर के ऊपर लगाया गया है। फाइनल ग्राउंड ट्रैक भारत के ऊपर से नहीं गुजरा। इसरो ने कहा कि उसने दुर्घटनावश होने वाले किसी भी संभावित विस्फोट के जोखिम को कम करने के लिए सभी अवशिष्ट प्रणोदक और ऊर्जा स्रोतों को हटाने की प्रक्रिया के तहत यान के इस ऊपरी चरण को निष्क्रिय कर दिया था। ऐसा अंतरिक्ष मलबा निस्तारण के लिए तय संयुक्त राष्ट्र और आईएडीसी के दिशा-निर्देशों के अनुरूप है। इसरो ने कहा, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए रॉकेट बॉडी को निष्क्रिय करना और मिशन के बाद उसका निपटान फिर बाहरी अंतरिक्ष गतिविधियों की दीर्घकालिक स्थिरता को संरक्षित करने की भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।

बता दें कि लैंडर विक्रम और प्रज्ञान रोवर ने अपने मिशन को सफलता से अंजाम देकर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर कई रिसर्च की थी। काम समाप्त होने और चंद्रमा में अंधेरे का समय आने के बाद इसरो ने दोनों उपकरणों को स्लीप मोड में डाल दिया था। हालांकि, विक्रम लैंडर के रिसीवर को ऑन ही रखा गया था ताकि इससे धरती से दोबारा संपर्क स्थापित किया जा सके।